सीतामढ़ी : महिलाओं को कुपोषण के दंश से बचाने के लिए यूनिसेफ और अलाइव एंड थ्राइव के सहयोग से दो दिवसीय प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन किया गया है. शहर के एक होटल में आयोजित कार्यशाला के माध्यम से मातृ पोषण की महत्ता पर विस्तार से प्रकाश डाला गया.
कार्यशाला में जिले के अलग-अलग प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों के एमओआईसी, बीएचएम, सीडीपीओ, एलएस समेत अन्य स्वास्थ्यकर्मी शामिल हुए. इससे पहले कार्यशाला का उद्घाटन अलाइव एंड थ्राइव की राज्य प्रमुख डॉ अनुपमा श्रीवास्तव ने किया. मौके पर अलाइव एंड थ्राइव के प्रतिनिधि संदीप राय, प्रेमरंजन उपस्थित रहे.

पोषक तत्वों से भरपुर आहार खाएं ..

कार्यशाला को संबोधित करते हुए डॉ अनुपमा श्रीवास्तव ने कहा कि संतुलित आहार के सेवन से गर्भावस्था से लेकर प्रसव के बाद मां एवं नवजात शिशु को होने वाली कई परेशानियों एवं बीमारियों से बचा जा सकता है.
उन्होंने बताया कि एक गर्भवती महिला के लिए यह जरूरी है कि वह पोषक तत्वों से भरपुर आहार खाए. इससे उसे अपने और गर्भस्थ शिशु के लिए जरूरी सभी आवश्यक पोषक तत्व मिल सकेंगे.
उसके आहार में विविधता होनी चाहिए, जिससे माँ और बच्चे दोनों का शारीरिक और बौद्धिक विकास सही तरीके से हो सके. उसके आहार में अधिक विटामिन और खनिज, विशेष रूप से फॉलिक एसिड और आयरन की जरूरत है.
