जन सुराज अभियान की शुरआत करने के बाद प्रशांत किशोर बिहार के अलग अलग जिलों में जा रहे है इसी क्रम में सोमवार को वे सीतामढ़ी पहुंचे. सीतामढ़ी पहुंचने पर सबसे पहले प्रशांत किशोर पुनौरा के जानकी मंदिर पहुंच कर पूजा अर्चना की. इसके बाद शहर के स्थानीय होटल में उन्होंने जिले के पंचायती राज व्यवस्था से जुड़े जनप्रतिनिधियों, प्रबुद्ध नागरिकों, महिलाओं एवं युवाओं के साथ जन सुराज की सोच पर संवाद किया.
जन सुराज अभियान का अगर दल बनता है तो वो प्रशांत किशोर का दल नहीं होगा, बिहार के लोगों का दल होगा

प्रशांत किशोर ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के माध्यम से स्थानीय मीडिया के साथियों के साथ भी मुखातिब हुए उन्होंने जन सुराज अभियान के बारे में विस्तार से बताते हुए कहा, “जन सुराज अभियान का मकसद बिहार में सत्ता परिवर्तन करना नहीं है, इस अभियान का मकसद बिहार में वयवस्था परिवर्तन का है. इसलिए बिहार के विभिन्न हिस्सों में जा रहे हैं और समाज को समझने का प्रयास कर रहे है.

इसी कार्यक्रम के विस्तृत स्वरूप के तहत 2 अक्तूबर से गांधी आश्रम पश्चिम चंपारण के 3 हजार किमी लंबी पदयात्रा की शुरुआत करेंगे. यह पदयात्रा लगभग एक से डेढ़ साल तक चलेगी और हम इसके माध्यम से बिहार हर गांव, गली, प्रखंड तक जाने का प्रयास करेंगे.
अगर पदयात्रा के बाद सब लोगों की सहमति से कोई दल बनता भी है तो वो बिहार के सभी सही लोगों का दल होगा, प्रशांत किशोर का दल नहीं होगा. मैं उस दल का अध्यक्ष नहीं बनूंगा सब मिलकर अगर तय करेंगे तो दल बनाया जाएगा. मैं अभी लोगों से बात करने, उनकी समस्याओं को समझने में अपना पूरा वक्त लगा रहा हूं “
