
सीतामढ़ी : भाजपा नेता विशाल गौरव ने प्रेस विज्ञप्ति जारी करके कहा है कि स्वास्थ्य विभाग सीतामढ़ी में व्याप्त भ्रष्टाचार है, पटना हाई कोर्ट के आदेश व जिलाधिकारी सीतामढ़ी के आदेश के बाबजूद सिविल सर्जन आरोपित कर्मचारियों को बचा रहे.


बताया कि आरोपित कर्मचारी मुरारी लाल कर्ण एवं मणिभूषण शरण को आखिर क्यूँ बचा रहे है,सिविल सर्जन की मनमानी हाई कोर्ट के आदेश संख्या CWJC No-13755/2013 की अवहेलना, जिसमें स्पष्ट हाई कोर्ट नें उक्त दोनों भ्रष्टाचार से लिप्त कर्मचारी को सीतामढ़ी सिविल सर्जन ऑफिस से तबादले का आदेश दिया था.


लोक शिकायत निवारण अधिनियम के परिवारवाद संख्या-9999901180623391633 के आलोक में स्वास्थ्य विभागीय लोक शिकायत निवारण पदाधिकारी बिहार पटना के पत्रांक- 21611-08742 दिनांक-17.08.2023 का अवहेलना जिसमें भी उस दोनों कर्मचारियों को सिविल सर्जन ऑफिस सीतामढ़ी से हटाने का स्पष्ट आदेश निर्गत हैं आखिर फिर क्यूँ सीतामढ़ी सिविल सर्जन उस दोनों कर्मचारियों पर इतने मेहरबान है.

जिला पदाधिकारी सीतामढ़ी के द्वारा भी उनके कार्यालय के पत्रांक- 2480सी दिनांक- 22.09.2023 के द्वारा सीतामढ़ी सिविल सर्जन से उपरोक्त दोनों आदेशों का अनुपालन नहीं करने के संबंध मे स्पष्टीकरण की मांग की गई बाबजूद इसके सिविल सर्जन ने उक्त दोनों भ्रष्टाचार से लिप्त कर्मचारी जो की वर्षो से एक ही जगह पर पदस्थापित हैं उनको नहीं हटाते हुए गोल मटोल जवाब जिलाधिकारी को दिया गया.

आखिर स्वास्थ्य विभाग में जो विभिन्न मामलों में भ्रष्टाचार का रैकेट चल रहा उसमे सच में क्या सिविल सर्जन भी लिप्त है, अगर नहीं तो उनकी क्या मजबूरी हैं जो हाई कोर्ट और जिलाधिकारी के आदेश का उल्लंघन कर रहे. इसी बाबत भाजपा नेता विशाल गौरव ने जिलाधिकारी सीतामढ़ी को आवेदन देकर उक्त दोनों भ्रस्टाचार के आरोप में लिप्त भ्रस्ट कर्मचारियों को हटाने की मांग की है.